Denotify Aurangzeb tomb from Monuments list Shiv Sena Leader Rahul Shewale Meets Gajendra Singh Shekhawat

मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग पूरे देश में उठ रही है. वहीं अब औरंगजेब की कब्र को संरक्षित राष्ट्रीय स्मारकों की सूची से भी हटाने की मांग होने लगी है. एकनाथ शिंद की शिवसेना के पूर्व सांसद राहुल शिवाले ने केंद्र सरकार से मांग की है कि औरंगजेब की कब्र को संरक्षित राष्ट्रीय स्मारकों की सूची से तुरंत हटाया जाए. शेवाले ने नई दिल्ली में केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर उन्हें लिखित निवेदन सौंपा.

अपने निवेदन में राहुल शेवाले ने औरंगजेब की कब्र को लेकर देशभर में चल रही चर्चा का उल्लेख किया है. उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने हिंदवी स्वराज्य के दूसरे छत्रपति संभाजी महाराज को 40 दिनों तक अमानवीय यातनाएं दीं. छत्रपति संभाजी महाराज ने अंत मौत को गले लगा लिया, लेकिन अपना धर्म नहीं छोड़ा. औरंगजेब की क्रूरता, अंधविश्वास और धार्मिक कट्टरता के कई उदाहरण इतिहास में दर्ज हैं. ऐसे अत्याचारी मुगल शासक की छत्रपति संभाजीनगर के खुलताबाद स्थित कब्र को जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए, यह मांग पूरे देश में उठ रही है.

औरंगजेब की कब्र को लेकर शेवाले ने और क्या कहा?

शेवाले ने अपने निवेदन में इस बात का भी जिक्र किया है कि 1958 के ‘प्राचीन स्मारक और पुरातत्वीय स्थल एवं अवशेष अधिनियम’ के अनुसार यह कब्र राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों की सूची में शामिल है. लेकिन इसे इस सूची में कब और कैसे स्थान मिला, इसका कोई ठोस प्रमाण उपलब्ध नहीं है. औरंगजेब की कब्र को हटाने की बढ़ती मांग के बीच केंद्र सरकार को तुरंत भारतीय पुरातत्व विभाग को निर्देश देकर इस कब्र को संरक्षित राष्ट्रीय स्मारकों की सूची से बाहर करना चाहिए. ऐसा होने पर महाराष्ट्र सरकार जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए उचित कदम उठा सकेगी.

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